नमोगाथा ( हिंदीमे)

गहरा, घना अंधेरा

सारा संसार जहां प्रकाश में नहा रहा है, वहीं भरतखंड कितने बरसोंतक घने अंधकार में खोया हुआ पडा था। कभी रामकृष्ण का यह देश हरे शापसे बिलकुल जम गया था। भगवान ने भी उस पर दया नहीं की, लेकिन एक दिन करुणा के उस समुद्र की आँखें इस पर आ गयी। उसका करुण हृदय कोमल हो गया और उसने इस भरतखंडका उद्धारकार्य अपने प्रिय पुत्र को सोंप दिया। भगवान के प्रिय पुत्र नमोसुर्य । पिता के आधे वचनोंमे रहनेवाले इस पुत्रने भरतखंडमें अवतरित होता जैसे ही शुरु कर दिया, अंधेरा धीरे-धीरे दूर जाने लगा और प्रकाश का युग शुरु हो गया ।यह सिर्फ एकसो तीस करोड़ लोगों का देश बनेगा ! देवपुत्रने सिर्फ मनमे इच्छा सोची और, एक पल में, एकसोतीस करोड लोगों का यह देश अस्तित्व में आया। पहले केवल यहां अंधेरा था। अब प्रकाश का युग शुरू हो गया। नमोसुर्य के तेजप्रभाको देखकर और उनकी अकल्पनीय ताकत से सभी लोग डर गए थे। लोगोंने नमोसुर्य से कहा, “नमोदेव, यह आपका रुप ऐसा है कि हम अपनी पापी आँखों से नहीं देख सकते। कृपया हमें मानवी रुपमे आपका दर्शन हो जाये यही हमारी प्रार्थना है। “वह भगवानों का भगवान के पुत्र थे , जो भक्तों की पुकार क्यो नही सुनेंगे? नमोसुर्यने लोगोंसे कहा, ‘हे लोगों, मैंने पहलेही तुम्हारे लिए अवतार लिया है। आप मुझे जान लो, मुझे पहचानने के लिए एक संकेत है, अच्छे दिन। मित्रों! ये मेरी हुंकार है। लोगोंने नमो नमो का जाप करना निरंतर प्रारंभ किया।

और लोगोंने आवाज सुनी, “मित्रों”।

भरतखंडके लोग परमेश्वर के चुने हुए लोग थे। परमेश्वर का पुत्र उनके पास रहने आया। उसकी आवाज लोग हमेशा सुनने लगे। वो लोगोंको ` मन की बात` सुनाने लगे जो लोगोंको अपने मन की बात लगने लगी। लोग नमोभक्ति में डूब गए।

लेकिन शैतान अपना काम कर रहा था। कई हरे सांप लोगों के कानों के पास आते और वे फुसफुसाते थे। लेकिन परमेश्वर के पुत्र को कोई डर नहीं था। एक दिन उसने शैतान के खिलाफ युद्ध प्रारंभ किया।उसने सबसे पहले शैतान की दौलत पर हमला किया। उसने शैतान के धन को नष्ट करने की इच्छा व्यक्त की। देवपुत्र की इच्छा (उसको धन्यवाद) एक पल में शैतान का सभ धन नष्ट हो गया। लोग सुबह उठे और वे उन्होंने देखा, उनके पास धन भी नष्ट हो गया है। लोग चिल्लाए, वे रोने लगे। नमोसुर्य के आगे गिडगिडाने लगे। पहली बार लोगों ने नमोसुर्यकीगुस्से से भरी भरी आवाज सुनी। `ईश्वर में आपकी आस्था है क्या नही? आप कुछ भी बर्दाश्त नहीं कर सकते।ईश्वर ने आपको इस परीक्षा के लिए चुना है। ईश्वर की परीक्षा एक बड़ी परीक्षा है। उसके कामकाजको आप नहीं जानते। इसलिए रोओ मत। तुम्हे इससे बड़ी परीक्षा का सामना करना पडेगा। फिर उसमें विश्वास रखो। ईश्वर का यह पुत्र आपके लिए जो सर्वश्रेष्ठ है वो करने वाला है। “लोग आपना सारा दर्द भुल गये । उन्होंने नमो नमो का जाप शुरू किया।

लेकिन शैतान घायल हो गया था। उसके जहरीला सांप फिर से लोगों के पास आये और फुसफुसायाने लगे।’ लोगों, जरा सोचो, आपका पैसा चला गया, आपका रोजगार चला गया, लेकिन आप इस पर विश्वास करते हैं। यह स्वयंको भगवान का बेटा कहता है। लेकिन यह बहुरुपियॉं है। जागो। जागो। “ देवपुत्र (उसे धन्यवाद ) ने देखा कि लोगों को शैतान द्वारा गुमराह किया जा रहा है।उसने अपनी सेना को आदेश दिया। जहां कहीं भी शैतानी सांप मिल जाये, उसे मार दों। भगवान के पुत्र की सेना पूरे क्षेत्र में फैल गई। भगवा रंग के कपड़े पहने गोमाता की रक्षा के लिए ईश्वर के पुत्र (ईश्वर के ईश्वर) की सेनाने हथियार उठा लिये। उसने सड़क पर कई हरे सांपों को पकड़कर मार डाला। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से, उनका खून लाल ही था।

लेकिन जख्मी सैतान फुसफुसाया। `अच्छे दिन कहां हैं। पंद्रह करोड़ कहां हैं।भ्रष्टाचार हुवा नही है? रोजगार कहां है अरे, भगवान के इस बेटे को बुलाने वाला वही है, जो आपको भगवान का बेटा कहता है उसने आपको यही वचन दिये थे ना ! यह एक बहुरुपिया है जो खुदको ईश्वर के पुत्र कहलाता है। आप अभी भी नहीं समझे।`

‘कुछ लोग शैतान की बातोंसे गुमराह होने लगे। उन्होंने देवपुत्रसे प्रश्न पुछना प्रारंभ किया। ये तो प्रत्यक्ष ईश्वर की अवज्ञा थी! अब भगवान के बेटे का गुस्सा भडक गया। उसने सोचा अब वह लोगोंको सबक सिखाऐगा। उन्होंने अपनी इच्छा व्यक्त की, कई आपदाएं इन लोगोंपर आनी चाहिए। तब वे मुझे याद करेंगे। ईश्वर के पुत्र की इच्छा! भरतखंडपर बाहरी दुश्मनोंका हमला हुवा। लोगोंने फिरसे नमो नमो का निरंतर जाप शुरू कर दिया। नमसुर्य ने लोगों को अंतीम चेतावनी दी। मैं इस संकट से आपको बाहर निकाल सकता हुं। लेकिन मुझे आपकी परम भक्ति चाहिए। मुझसे कोई सवाल नहीं करेगा। मैं ईश्वर का पुत्र हूं। मैं करूँगा सो ठिकही करुंगा। जो मुझसे सवाल करेगा सैतान के साथ होगा। लोगोंने जयजयकार किया, नमो नमो । नमोसुर्या ने सिर्फ एक हुंकार भरा और दुश्मन सुखे पत्ते की तहर हवा के साथ उड गया। फिरसे नमो नमो।

राफेल में कुछ हुआ। नमो नमो।

सभी सरकारी मशीनरी में भ्रष्टाचार आज भी जारी है… .. नमो नमो

किसानों में आक्रोश … नमो नमो

महिलाएं गुस्से में हैं …. नमो नमो

कोई काम नहीं। नमो नमो।

किसी भी समस्या का एकमात्र समाधान ……. नमो नमो

फिर कुछ बुद्धिमान लोग एक साथ हो गए। उन्होंने सोचा, हम भगवान के बेटों से ज्यादा, सीधे भगवान के पास क्यु नही जाते । क्यों भगवान और आप के बीच उसके बेटे की मध्यस्थता किसलिये ?वे सीधे ईश्वर से दया की प्रार्थना करने लगे। ‘हे देवाधिदेव, हे हमारे उद्धार कर्ता, । हमें हमारी परेशानियों से बाहर निकालो। “लोग ऐसे निरंतर रोते रहे। लोगों के चिल्लाने से आक्रोशित होकर भगवान अपने घर से निकले। ‘लोगों, आप अपने लिए मुसीबत मोल लेते हो और फिर मेरे नाम का रोना रोते हो। मैं पूरी दुनिया में काम करना पडता है। मैं आपके लिए कितनी बार दौड़ता रहूं? जब मैंने तुम्हें बनाया तब सारासारविवेकभी अपलोड किया था जो आपको क्या अच्छा है और क्या बुरा है ये समझायेगा। उसका अपडेटेड व्हर्जन आप इस्तमाल क्यो नही करते। अब फिर से आपके सामने मैंने एक और अवसर जुटाया है। आपके देश में जल्द ही वोटिंग हो रही है। उसमें से आपको अपने प्रतिनिधियों का चयन करना होगा। आपके इस सारासारविवेक के ज्ञान का उपयोग करके उचित नेतृत्व चुनें । कि आपको बार बार मेरे पास आने की जरुरत नहीं रहेगी।ये बताकर, भगवान फिर से अपने घर में चले गये ।

अगले 23 मे के दिन मालुम पडेगा कि लोगों ने भगवान की बात सुनी है या नहीं।

घनश्याम केळकर

बारामती

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